भजन: नारायण मैं शरण तुमारी - (राग-जंगला ताल-३)
*नारायण मैं शरण तुमारी |
दया करो महाराज़ हमारी ||टेक||
नारायण मैं शरण तुमारी |
*मात तात सुत दार सहोदर |
कोई न आवत काज़ हमारी ||१||
नारायण मैं शरण तुमारी ||
*भवसागर जल दुस्तर भारी |
तुमरे चरण जहाज़ हमारी ||२||
नारायण मैं शरण तुमारी ||
*पाप अनेक किए जग मांही |
तुमको हैं अब लाज़ हमारी ||३||
नारायण मैं शरण तुमारी ||
*राजकुमारदया तुमरी से,
सब दुःख जावत भाज हमारी ||४||
नारायण मैं शरण तुमारी,
दया करो महाराज़ हमारी ||
This "Shree Hari Bhajan" Is Posted ByRajkumar Deshmukh@ Churnadhar, On Date: 10-07-2017, Day: MonDay. @ After-Noon 2:25 PM (IST)
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